“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर दरगाह के लिए विशेष चादर भेजी। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू इसे चढ़ाएंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन में अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष भी शामिल होंगे।”
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर शरीफ दरगाह के लिए विशेष चादर भेजी है, जिसे आज केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू दरगाह पर चढ़ाएंगे। इस अवसर पर अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति भी होगी।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू आज सुबह 9:30 बजे दिल्ली स्थित निजामुद्दीन औलिया दरगाह पर पहुंचेंगे और वहां से अजमेर शरीफ के लिए रवाना होंगे। अजमेर दरगाह पर चादर चढ़ाने का यह कार्यक्रम धार्मिक समर्पण और भारत की गंगा-जमुनी तहजीब का उदाहरण है।
धार्मिक सद्भाव का प्रतीक
अजमेर शरीफ दरगाह पर प्रधानमंत्री द्वारा चादर भेजने की परंपरा हर साल निभाई जाती है। यह कदम भारत में धार्मिक सहिष्णुता और सांस्कृतिक विविधता को प्रोत्साहन देने का प्रतीक माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम को मुस्लिम समुदाय के साथ एकजुटता और सम्मान का संकेत समझा जा रहा है।
अल्पसंख्यक समुदाय में उत्साह
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के इस कार्यक्रम में भाग लेने से अल्पसंख्यक समुदाय में खासा उत्साह है। अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष और अन्य नेता इस ऐतिहासिक मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
अजमेर शरीफ का महत्व
अजमेर शरीफ दरगाह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का प्रमुख तीर्थस्थल है। इसे न केवल भारत बल्कि दुनिया भर के श्रद्धालुओं द्वारा आदर और श्रद्धा का स्थान माना जाता है। हर साल यहां लाखों श्रद्धालु दुआ मांगने और चादर चढ़ाने आते हैं।
अजमेर दरगाह का धार्मिक महत्व: यह सूफी परंपरा और धार्मिक सद्भाव का केंद्र है।
- PM मोदी का संदेश: चादर भेजना भारत की सांस्कृतिक विविधता को मान्यता देना है।
- किरेन रिजिजू की भागीदारी: यह अल्पसंख्यक समुदाय के साथ सरकार के संवाद को दर्शाता है।
- सांस्कृतिक एकता: दरगाह का आयोजन धार्मिक एकता को प्रोत्साहन देता है
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल