नवस्थापित राजकीय महाविद्यालय में भूगोल व गृह विज्ञान विषय ही नहीं है। जिससे विद्यार्थियों को अन्य विषयों में प्रवेश लेना पड़ रहा है या फिर बाहरी कालेजों में पढ़ने को मजबूर हैं। इसके अलावा शिक्षा शास्त्र विषय के टीचर का पद भी खाली पड़ा है। प्राचार्य ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर विषय बढ़ाने व खाली पद पर टीचर की नियुक्ति कराने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने 2012 में सिसौना गांव में राजकीय महाविद्यालय की स्थापना की थी। जिसके बाद 2014-15 में राइंका के भवन में बीए की कक्षाएं आरंभ कर दी गई। 2015-16 में भवन का निर्माण पूर्ण होने पर सिसौना महाविद्यालय में कक्षाएं संचालित हुईं। प्राचार्य डॉ. प्रताप सिंह ने बताया कि कालेज में बीए की 160 सीटें हैं और बीए के लिए हिंदी, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, इतिहास, समाज शास्त्र व शिक्षा शास्त्र विषय संचालित हैं।
जबकि, भूगोल व गृह विज्ञान विषय अभी सृजित ही नहीं हुए हैं। प्राचार्य डॉ. सिंह ने बताया कि शिक्षा शास्त्र विषय के टीचर की नियुक्ति न होने से पद खाली हैं। जिससे कालेज में शिक्षा शास्त्र विषय की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। बताया कि कुमाऊं विश्व विद्यालय के कुलपति व उच्च शिक्षा निदेशक को खाली पद पर टीचर की नियुक्ति व भूगोल एवं गृह विज्ञान विषय बढ़ाने के लिए पत्र लिखा गया है