गुवाहाटी। असम में बाढ़ के हालत गंभीर बने हुए हैं। असम समेत पड़ोसी राज्य और पड़ोसी देश भूटान में लगातार हो रही बरसात के चलते नए इलाकों में भी बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। भूटान से आए पानी ने निचले असम के बंगाईगांव और चिरांग जिलों में तबाही मचानी आरंभ कर दी है। बंगाईगांव जिले के लगभग 84,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना को राहत व बचाव कार्य के लिए लगाया गया है। वहीं निचले असम के धुबड़ी जिले में अगले 24 घंटे के लिए बाढ़ का अलर्ट घोषित किया गया है। राज्य के 9 जिलों के लगभग 3 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ और कटाव से निचले असम में गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। बाढ़ के चलते आवागमन बुरी तरह से प्रभावित हुई है। नावों के जरिए राहत और बचाव कार्य को चलाया जा रहा है। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार गई है। बाढ़ प्रभावित जिलों में लखीमपुर, गोलाघाट, मोरीगांव, जोरहाट, धेमाजी, शिवसागर, कोकराझार, बरपेटा, माजुली, बंगाईगांव, जिरांग शामिल हैं।
बाढ़ के पानी में लगभग 25,000 हेक्टेयर खड़ी फसल डूब गई है। इस दौरान चिरांग जिले के खुंगरींग इलाके में बाढ़ के बीच फंसे 30 लोगों को सेना की चार टीमों बचाकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया है। आपदा प्रबंधन विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में कुल 27 राहत शिविर लगाए गए हैं, जहां पर 12,428 लोग आश्रय लिए हुए हैं। बाढ़ के पानी से कई सड़कें व पुल और नदियों के तट बंध बह गए हैं। जिसके चलते दूर-दराज के इलाकों से मुख्य इलाके का संपर्क कट गया है।
राज्य सरकार प्रभावित इलाकों में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, पुलिस को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया है। साथ ही राहत शिविरों में रह रहे लोगों को भोजन, पेयजल व स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का राज्य सरकार ने निर्देश जारी किया है।